उत्तर प्रदेश के गोंडा पुलिस ने फर्जी एसटीएफ बनकर खुदाई में निकले खजाने को लेकर फरार होने वाले आधा दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से खजाना भरा कलश, घटना में प्रयुक्त कार के साथ-साथ फर्जी पुलिस आईडी भी बरामद किया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक देहात कोतवाली पुलिस ने नगर कोतवाली क्षेत्र के पूरे शिवा बख्तावर गांव के मजरे बुधईपुरवा के रहने वाले त्रिलोकी पाण्डेय पुत्र स्व• महेश्वरी प्रसाद पाण्डेय, बुधईपुरवा गांव के ही निवासी आलोक शुक्ला उर्फ सुधीर पुत्र वासुदेव प्रसाद शुक्ला, थाना कोतवाली देहात अंतर्गत केशवजोत मौजा बालपुर जाट गांव के रहने वाले हरिओम दूबे पुत्र बिजेन्द्रनाथ दुबे, देहात कोतवाली अंतर्गत चांदपुर टेपरा गांव के रहने वाले प्रिंस मिश्रा पुत्र राजेन्द्र मिश्रा, नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत शांतिपुरम कॉलोनी निवासी राहुल यादव उर्फ बब्लू पुत्र अनन्तराम और नगर कोतवाली के करनीपुर हाड़ीपुर गांव निवासी मनोज मिश्रा पुत्र सरजू प्रसाद मिश्रा को जांच उपरांत गिरफ्तार करके खुदाई में निकले हुए सिक्कों से भरे कलश को बरामद कर लिया है।
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| खुलासा करते एसपी एएसपी |
जानिए कहां निकला था खजाना
दरअसल, 17 दिसंबर को क्षेत्र के ठाकुरापुर में स्थित बाबा कुटी मंदिर निर्माण के लिए जेसीबी से खुदाई का कार्य चल रहा था। इसी दौरान मिट्टी में सफेद धातु के 509 सिक्के भरा हुआ कलश निकला था। खुदाई के दौरान खजाना मिलने से इलाके में चर्चा आम हो गई। महज कुछ ही देर में खुदाई के दौरान खजाना निकलने की बात सोशल मीडिया की सुर्खियों में आ गई। लेकिन जेसीबी चालक के मन में लालच के लड्डू फूटने लगे।
एसटीएफ बनकर हड़पा खजाना
दरअसल, 18 दिसंबर के दोपहर में बाबा कुटी मंदिर के महंत धर्मदास व संजय दास कुटी की इनोवा गाड़ी में सिक्के भरा कलश लेकर बालपुर बाजार जा रहे थे, इसी दौरान परसपुर मोड़ के पास एक कार में सवार होकर चार-पांच लोग पहुंचे, उन्होंने इनोवा गाड़ी को रुकवा कर खुद को एसटीएफ पुलिस बताया। बालपुर जाट इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के पास जांच के नाम पर धमकाते हुए सिक्कों भरा कलश अपनी गाड़ी में रख लिया। मामले में, बिहार प्रांत के रोहतास जनपद अंतर्गत दावथ थाना क्षेत्र के परमेश्वर गांव के रहने वाले उपेन्द्र सिंह उर्फ उपेन्द्र बाबा पुत्र जयविशुन सिंह (मंदिर महंत) ने देहात कोतवाली पुलिस में शिकायती पत्र देकर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
जेसीबी चालक की साजिश
पुलिस के पूछताछ में पता चला कि जेसीबी चालक हरिओम दुबे को खुदाई के दौरान सिक्कों भरा घड़ा मिलते ही लालच जाग गया था। इसके बाद अपने दोस्तों के साथ मिलकर खजाने को हड़पने की योजना बना डाली। अपने दोस्तों के साथ मिलकर साधु की गाड़ी से खुद को फर्जी एसटीएफ बताते हुए घड़े को अपने कार की डिग्गी में रखकर निकल गए थे। सिक्कों को बेचने के लिए इक्कठा होकर योजना बना रहे थे इसी दौरान पुलिस ने पकड़ लिया।
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| जानकारी देते अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार रावत |
बोले एएसपी
मामले की जानकारी देते अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करके एक कलश, 431 सफेद धातु के सिक्के, एक कार, दो पुलिस आईडी बरामद की गई है। आरोपियों को न्यायालय रवाना किया जा रहा है।



