कृष्ण मोहन
गोंडा: उत्तर प्रदेश में गोंडा जिले के घुसवा खास गांव में रहने वाले 35 वर्षीय दुर्गेश सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जिससे पूरा गांव दहल उठा है। दुर्गेश मेहनत मजदूरी करके गुजारा करता था, रात के अंधेरे में अपने कमरे में उसने खुद को खत्म कर लिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के जिगना पुलिस चौकी अंतर्गत घुसवा में गुरुवार की रात दुर्गेश सिंह ने अपने कमरे में सुसाइड कर लिया, जिसकी जानकारी शुक्रवार के सुबह परिजनों को हुई
खिड़की से देखकर झकझोर उठी बहन: दरअसल दुर्गेश सुबह जाग जाता था, लेकिन शुक्रवार के सुबह उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला। दुर्गेश की बहन पिंकी ने दरवाजे पर दस्तक दी, दरवाजा अंदर से बंद था। पिंकी ने भाई को कई बार आवाज लगाई लेकिन अंदर से जवाब नहीं आया, तब उसने खिड़की के पास जाकर खिड़की के दरवाजे को धक्का दिया, जिससे जाली लगी हुई खिड़की खुल गई। अंदर झांका तो कमरे का दृश्य दिल दहला देने वाला था। उसके भाई का शव छत के कुंडे से लटक रहा था।
छाया मातम: भाई के शव को देखकर बहन चीख चीख कर रोने लगी, तुरंत यह बात गांव में फैल गई, मामले की जानकारी होते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया। मौके पर जुटे ग्रामीणों ने घटना के बाबत पुलिस को अवगत कराया।
अकेले था दुर्गेश: दुर्गेश के बारे में बताया जाता है कि वह खेती के साथ-साथ मेहनत मजदूरी करके अपना गुजर बसर कर लेता था, उसकी पत्नी दो और तीन साल के दोनों बच्चों के साथ मायके गई हुई है, घर पर दुर्गेश और उसकी बहन मौजूद थी।
तोड़ा गया दरवाजा: घटना की जानकारी मिलते ही जिगना चौकी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अंदर से बंद दरवाजे को तोड़कर शव को फांसी के फंदे से नीचे उतार दिया।
आत्महत्या की वजह: दुर्गेश ने सुसाइड क्यों किया इस वास्तविकता से लोग अभी अनभिज्ञ हैं, लोगों ने आत्महत्या को लेकर हैरानी जताई है। वही मामले में मनकापुर कोतवाल मनोज कुमार पाठक ने बताया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। मृतक के शव को पंचायत नामा के उपरांत पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया गया है।

