पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा)। थाना क्षेत्र उमारिया में ई-रिक्शा चालक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। घटना का अनावरण करते हुए पुलिस ने झांसी से एक नाबालिग आरोपी को अभिरक्षा में लिया है। आरोपी की निशानदेही पर मृतक का पर्स व आधार कार्ड भी बरामद हुआ है।थानाध्यक्ष अभय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी है।
मिली जानकारी के अनुसार थानाध्यक्ष अभय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस पर बताया कि बीते माह 26/27 अगस्त की रात में उमरिया गांव निवासी संगम लाल शुक्ला ई-रिक्शा लेकर अयोध्या गए थे। अगले दिन उनका शव गांव के बाहर बाग मे मिला। मृतक के भाई सत्यनारायण की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। घटना का खुलासा करने के लिए तीन पुलिस टीमों का गठन किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी व मैनुअल साक्ष्य जुटाए। 22 सितंबर को पुलिस टीम ने आरोपी किशोर को झांसी जिले के बबीना से अभिरक्षा में लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह कक्षा 11 का छात्र है और राम मंदिर दर्शन के लिए अयोध्या आया था। रेलवे स्टेशन पर उसकी मुलाकात ई-रिक्शा चालक से हुई। दर्शन का समय होने में देर थी।वह रात्रि में 11 बजे अयोध्या पहुंचा था। मंदिर में दर्शन का समय सुबह तीन बजे का था।इसलिए रिक्शा चालक उसे तीन घंटे घुमाता रहा और सूनसान स्थान खोजता रहा।इसी दौरान ई-रिक्शा चालक उसे सूनसान जगह पर ले जाकर कथित रूप से अप्राकृतिक संबंध बनाने का दबाव बनाया, जिस पर दोनों के बीच झगड़ा हुआ। किशोर ने गमछे से गला कसकर उसकी हत्या कर दी और पर्स झाड़ियों में फेंककर भाग गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोप बाल अपचारी को पुलिस ने अपने अभिरक्षा में लेकर न्यायालय भेज दिया है।आरोपी के गिरफ्तार करने मे सरयूघाट चौकी इंचार्ज संजीव कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल राजकिशोर, सुनील यादव,सहित एसओजी टीम के लोग मौजूद रहे।

