संजीवनी स्वरूप तीनों ताप नष्ट करती है श्रीराम कथा
पंश्याम त्रिपाठी
नवाबगंज गोंडा।रामचरित्र मानस जैसी कथाओं में संस्कार और संस्कृति पूरी तरह समाहित है ,मानव जीवन के लिए आदर्श व्यवहार संयम एवं सत्य का मार्ग दिखाती है ! दहिक, दैविक, भौतिक तीनों तापों को नष्ट करती है श्रीराम कथा ! यह उद॒गार है प्रख्यात राम कथा के मानस मर्मज्ञ कथावाचक मिथिला शरण पांडे के! कथा व्यास कटरा कुटी धाम के विशाल परिसर में राम कथा मंच पर हनुमान जयंती महोत्सव के पावन अवसर पर सात दिवसीय राम कथा का शुभारंभ करते हुए श्री रामचरितमानस एवं मंगलाचरण विषय पर बोल रहे थे ! राम कथा का औपचारिक उद्घाटन गोसाईगंज के विधायक अभय सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं हनुमान जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया ! कथा व्यास ने कहा कि आज विषाक्त होती दुनिया में श्रीराम कथा अचूक औषधि की भांति है! बस हमें राम कथा को मनोरंजन ना मानकर उसे पूरी गहनता से ग्रहण करना है राम कथा में अंतःकरण का रस - रसायन में बदलने की क्षमता है ! संत गुरुदेव गुरु ब्राह्मण आदि की वंदना कथा व्यास ने की ! कथा से पूर्व मुख्य यजमान डॉ सुशीला रानी पांडे पत्नी राम मणि पांडे ने व्यास पूजन किया ! पीठाधीश्वर महंत स्वामी चिन्मयानंद महाराज ने सभी आचार्यों तथा कथा व्यास को अंग वस्त्र माल्यार्पण दक्षिणा देकर स्वागत किया ! इस अवसर पर गोसाईगंज के विधायक अभय सिंह ,कार्यक्रम के मुख्य व्यवस्थापक रामगोपाल सिंह , यज्ञाचार्य दयासागर तिवारी, कथावाचक भुवनेश्वर शास्त्री, पं विकास , रिंकू पांडे ,डॉ अरुण सिंह ,बबलू तिवारी ,,उमेश प्रताप सिंह ,डॉ कुमार , राका शर्मा ,परशुराम शर्मा ,रजनीश गुप्ता ,गौरी शंकर गुप्ता , आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे हैं !

