कमलेश जायसवाल
खमरिया खीरी:नाम व भेष बदल कर छेड़छाड़ के आरोप में न्यायालय से वांछित हो 20 वर्षों से पड़ोसी देश नेपाल में रह रहा आरोपित शुक्रवार को ईसानगर पुलिस के हांथ लग गया। जिसकी रिश्तेदारों से शिनाख़्त कर विधिक कार्रवाई के बाद शनिवार को उसे न्यायालय भेज दिया गया है।
ईसानगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार छेड़छाड़ के एक मुकदमें मे आरोपित परशुराम पुत्र मूलचंद निवासी मिश्रगाव जमदरी थाना ईसानगर 20 साल से न्यायालय से वांछित था।वर्ष 2000 में परशुराम पर एक महिला के साथ हुई छेड़छाड़ में मुकदमा दर्ज हुआ था,जमानत होने के बाद परशुराम अपना नाम व भेष बदलकर नेपाल देश मे रहने चला गया। इस दौरान न्यायालय से कई आदेश हुए कि परशुराम को न्यायालय में पेश किया जाये,लेकिन परशुराम का कही अता पता नही लग पा रहा था। फिर भी न्यायालय के आदेशों पर पुलिस वांछित की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। 20 वर्षों में परशुराम को लेकर न्यायालय से पुलिस की किरकिरी भी हो रही थी। बताया यह भी जाता है कि थाने में तैनाती मिलते थानाध्यक्ष निर्मल तिवारी ने न्यायालय के आदेश का पालन करने के लिए परशुराम की घेराबंदी शुरू कर दी थी,इसी बीच मुखबिर ने सूचना दी कि मिश्रगाव जमदरी मे आने वाला बाबा भेषधारी वृद्ध परशुराम ही है। जिसे शुक्रवार को मौके पर पहुंची पुलिस ने उसको दबोचकर रिश्तेदारों व परिजनों से परशुराम के होने की पहचान करवाने के बाद उसे न्यायालय भेज दिया। इस बाबत थानाध्यक्ष निर्मल तिवारी ने बताया कि वांछित साधु भेष बनाने के साथ नाम बदल कर कई सालों से पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा था। शुक्रवार को वह नेपाल देश से गांव आया जिसको गिरफ़्तार कर न्यायालय भेज दिया गया है।

