लखनऊ। अधिवक्ता परिषद अवध, उच्च न्यायालय इकाई, लखनऊ द्वारा महिला दिवस के उपलक्ष्य में “भारतीय संविधान के 75 वर्ष महिला अधिवक्ताओं के लिए न्यायालय परिसर में अनुकूल वातावरण का सतत प्रयास" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन महामना सभागार, उच्च न्यायालय लखनऊ में किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति श्रीमती साधना रानी ठाकुर ने कहा कि महिलाओं को स्वयं को किसी से कम नहीं समझना चाहिए, बल्कि महिलाएं मानसिक रूप से बहुत मजबूत होती हैं और किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पीछे नहीं हैं। इस अवसर पर अनेक महिला अधिवक्ताओं ने मंच के माध्यम से उच्च न्यायालय प्रांगण में आने वाली अनेक समस्याओं पर सभी का ध्यान आकर्षित किया। इसी क्रम में अवध बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रिपु दमन शाही ने महिला दिवस पर महिलाओं के अधिकार एवं उनकी सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया। अवध बार एसोसिएशन के महामंत्री मनोज द्विवेदी ने महिला अधिवक्ताओं के लिए अनेक योजनाओं कि घोषणा की और महिला अधिवक्ताओं द्वारा बताई गई समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मुख्य स्थाई अधिवक्ता अजय कुमार पाण्डेय, हेमंत कुमार मिश्रा रिटायर्ड ज्वाइंट डायरेक्टर प्रॉसिक्यूशन, अधिवक्ता परिषद अवध प्रांत की महामंत्री श्रीमती मीनाक्षी परिहार सिंह, कोषाध्यक्ष प्रेम चंद्र राय, उपाध्यक्ष अनिल कुमार पाण्डेय, अजय कुमार त्रिपाठी, अमित राय, उच्च न्यायालय इकाई के अध्यक्ष दिवाकर सिंह कौशिक, महामंत्री अमरेंद्र नाथ त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष आलोक सरन, पायल सिंह, रुचि गुप्ता, आकांशा शाह, प्रमिला सिंह, तनु भारती, मीरा त्रिपाठी, दिव्यांशु प्रताप, आदित्य सिंह, अवधेश पाण्डेय, दिव्यांशु त्रिपाठी, राम आसरे वर्मा, अमित दीक्षित, अभिनव मणि त्रिपाठी, शिवांशु गोस्वामी, हिमांशु सूर्यवंशी,राजेश कुमार सिंह, अभ्युदय प्रताप सिंह, रूपेश कसौधन, अश्विनी सिंह सहित समस्त कार्यकारिणी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रुचि गुप्ता कार्यकारिणी सदस्य, उच्च न्यायालय लखनऊ इकाई ने किया।

