गोंडा वजीरगंज में गरीबी बनी आत्महत्या का कारण, रोजी का साधन छिन जाने पर युवक ने लगाई फांसी, घर के सामने जामुन के पेड़ पर गमछा से लटककर दे दी जान।
कृष्ण मोहन
उत्तर प्रदेश के गोंडा में गरीबी ने युवक को मौत के आगोश में जाने के लिए मजबूर कर दिया, खर्च चलाने का जरिया छिन जाने पर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिससे परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वही युवक की मौत से परिवार के खर्च की सारी उम्मीदें टूट गई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वजीरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत ढोढियापारा राजा सगरा गांव के रहने वाले 32 वर्षीय राकेश उर्फ हग्गन ने घर के सामने लगे जामुन के पेड़ पर चढ़कर गमछे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया।
रोजी-रोटी चलना हो गया था मुश्किल
गांव वालों की माने तो, राकेश ई रिक्शा चला कर गांव-गांव में सब्जी बेचने जाता था। रोजगार करने के लिए उसने कर्ज पर ई रिक्शा लिया था। लेकिन, समय पर ई-रिक्शा की किस्त अदा नहीं कर पाया। जिससे रविवार को कंपनी वालों ने ई रिक्शा खिंचवा लिया। रोजी-रोटी का मुख्य साधन चला जाने से उसके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया। जैसे तैसे उसने रात तो गुजार ली, लेकिन सोमवार के सुबह घर के सामने लगे जमुना के पेड़ की ऊंचाई पर चढ़कर गमछे से सुसाइड कर लिया।
मचा रहा कोहराम
घटना की जानकारी मिलते ही वजीरगंज पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव अत्यधिक ऊंचाई पर होने के कारण मौके पर टेंट हाउस से ऊंची ऊंची सीढ़ियां मंगवाई गई। ग्रामीणों के सहयोग से शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बोले थानाध्यक्ष
इस बाबत, वजीरगंज थाना प्रभारी यशवंत कुमार सिंह ने दूरभाष पर बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतक के बारे में पता चला है कि वह शराब पीता था। फिलहाल, सुसाइड का वास्तविक कारण पता किया जा रहा है।

