कमलेश
धौरहरा खीरी:धौरहरा वन रेंज के रामदीन पुरवा मजरा संकल्पा में बीते दो माह से तेंदुआ चहलकदमी कर रहा था। ग्रामीणों की शिकायत पर वन विभाग ने उसे पकड़ने के लिए 15 दिन पूर्व पिंजरा और नाइट विजन कैमरे लगाए थे। बृहस्पतिवार को करीब 11 बजे तेंदुआ वन विभाग के पिजरे में कैद हो गया।
धौरहरा वन रेंज के रामदीनपुरवा मजरा संकल्पा गांव में करीब दो महीने से तेंदुआ चहलकदमी कर मवेशियों का शिकार कर रहा था। भयभीत ग्रामीणों ने इसकी शिकायत वन विभाग से की। क्षेत्रीय वनाधिकारी नृपेंद्र चतुर्वेदी ने अनुमति के बाद रेस्क्यू अभियान चलाते हुए नाइट विजन कैमरे और पिजरा लगाया। 15 दिनों तक तेंदुआ अपनी लोकेशन बदलता रहा। पर बृहस्पतिवार को करीब 11 बजे तेंदुआ वन विभाग के पिजरे में कैद हो गया। जिसे वन टीम वन रेंज कार्यालय लाई, जहां स्वास्थ्य परीक्षण चल रहा है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद तेंदुआ प्रधान वन संरक्षक (वन्यजीव) अनुराग वेमुरी की अनुमति के बाद दुधवा के जंगल में छोड़ा जाएगा।
बोले अधिकारी
तेंदुआ पकड़ने के लिए 15 दिनों से रेस्क्यू अभियान चल रहा था, जिसने बृहस्पतिवार को पकड़ा गया है, स्वास्थ्य परीक्षण के बाद स्वास्थ्य होने की स्थिति में दुधवा टाइगर रिजर्व के जंगल में छोड़ा जाएगा- डाक्टर एच राजा मोहन एफडी दुधवा टाइगर रिजर्व।

