संजीव शुक्ला
धौरहरा खीरी:धौरहरा कस्बे में गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए शासन द्वारा बनवाये गये बारात घर पर नगर पंचायत की लापरवाही ने आमजन के मंसूबो पर पानी फेर दिया है। हालात यह हो गये है कि यहाँ चारो ओर गंदगी के ढेर लगे हुए है। जिसको लेकर लोगों में अब चर्चा होने लगी है कि बारात घर नही यह कूड़ा घर है,बावजूद जिम्मदार चुप्पी साधे हुए है।
धौरहरा नगर पंचायत में शासन द्वारा गरीब एवं मध्यम वर्ग के लिए बनवाया गया बारात घर उपेक्षा का शिकार हो चुका है। यहाँ के हालात ऐसे है कि जगह जगह गंदगी के ढेर लगे हुए है। यही नही ग्रामीणों की माने तो परिसर में जगह-जगह गोशाला का चारा फैला हुआ है, जबकि स्वचलित रेडिमेड शौचालय खड़े हैं,जो बारात घर की शोभा बिगाड़ रहे हैं। जिसकी वजह से अंदर प्रवेश करना भी कठिन हो गया है। साफ-सफाई का नामोनिशान नहीं है। कुछ कस्बेवासियों ने इस पट नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा इस जर्जर बारातघर के उपयोग के लिए ₹5100 किराया वसूला जाता है। जबकि यहाँ सुविधाओं के नाम पर केवल झुनझुना दिखाई दे रहा है। मामले को लेकर नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी गौरव सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैं हाईकोर्ट में हूं आकर देखने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।


