कमलेश
खमरिया खीरी।ईसानगर क्षेत्र के अलग अलग गांवों में भगवान श्रीकृष्ण की लीला के साथ गोवर्धन पूजा (अन्नकूट) का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर घर-घर में विशेष पूजा अर्चना की गई, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग की थाली अर्पित की गई व महिलाओं ने विधिपूर्वक पूजा अर्चना की और आरती उतारी। पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया गया,जिसमें सभी भक्तों ने हिस्सा लिया। इस बाबत जानकारों ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण के कहने पर वृंदावन के निवासियों ने इंद्र की पूजा से मना कर दिया था, जिससे इंद्र देव कुपित हो गए और उन्होंने मूसलाधार बारिश शुरू कर दी,हर तरफ जलभराव होने लगा। तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी अंगुली से गोवर्धन पर्वत को उठाकर वृंदावनवासियों की रक्षा की। इस घटना के बाद इंद्र देव ने श्रीकृष्ण जी और वृंदावनवासियों से माफी मांगी। तभी से गोवर्धन पूजा का यह परंपरागत त्योहार मनाया जा रहा है।

