पुलिस की मौजूदगी में फ्लड पीएसी युद्ध स्तर पर कर रही तलाश
चश्मदीद जीजा ने कहा उसके पहुचने के चंद सेकंड पहले ही नदी में कूदा साला
माता पिता का मासूम बच्चों के सिर से उठा साया
कमलेश
खमरिया/धौरहरा खीरी:भैया दूज के पर्व पर धौरहरा क्षेत्र में हृदय विदारक घटना होने से सनसनी फैल गई। जहां आपसी कहासुनी के बाद पत्नी ने घर मे ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसकी सूचना पाकर मौके पर पहुचे मायके पक्ष की महिलाओं के ताने सुनकर दहशत में आये पति ने घर से निकलकर खमरिया थाना क्षेत्र के एनएच 730 पर स्थित ऐरा पुल से शारदा नदी में कूद गया। जिसकी जानकारी पाकर थाना प्रभारी की अगुवाई में फ्लड पीएसी युद्ध स्तर पर उसकी तलाश शुरू कर दी पर सायं तक उसका कोई पता नही चल सका।
प्राप्त जानकारी के अनुसार धौरहरा कोतवाली क्षेत्र के बभौरी गांव निवासी रामनिवास (28) पुत्र बाबूराम की बुधवार को रात अपनी पत्नी पूना (25)से कुछ कहासुनी हो गई,जिसके चलते पत्नी ने घर के अंदर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना जैसे ही कुछ ही दूरी पर स्थित पूना के मायके वालों को पता चली तो वह बभौरी पहुच कर आक्रोशित हो रामनिवास को ताने मारने लगे। जिसकी वजह से दहशत में आये रामनिवास ने सुबह करीब 6 बजे घर से निकलकर खमरिया थाना क्षेत्र के ऐरा पुल पर पहुचकर शारदा नदी में छलांग लगा दी। जिसकी जानकारी होते ही मौके पर पहुचे थाना प्रभारी निरीक्षक ओपी राय ने राजस्व निरीक्षक बलराम की मौजूदगी में स्थानीय गोताखोरों के साथ साथ फ्लड पीएसी को बुलाकर उसकी युद्ध स्तर पर तलाश शुरू करवा दी,पर खबर लिखे जाने तक रामनिवास का कोई पता नही चल सका। वही दूसरी ओर सूचना पाकर बभौरी गांव पहुची धौरहरा कोतवाली पुलिस ने मृतक पूना के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है।
चश्मदीद जीजा ने कहा,चंद सेकेंड पहले पुल पर पहुच जाता तो साले को नदी में कूदने से लेता बचा
शारदा नदी तट पर मौजूद नदी में डूबे रामनिवास के जीजा राजेन्द्र कुमार निवासी महरिया ने बताया कि रामनिवास के घर से निकलने के कुछ ही देर बाद उसको फोन पर सूचना मिली तो वह आनन फानन में पुल की तरफ दौड़ पड़ा,वहां जब वह पहुचा तो उसके चंद कदमों की दूरी पर पुल की रेलिंग पर बैठा उसका साला रामनिवास नदी में छलांग लगा गया। छलांग लगाने के बाद एक बाद वह गहरे पानी से ऊपर दिखाई दिया फिर वह अंदर चला गया जो अबतक नही दिखा। राजेन्द्र ने यह भी बताया कि उसे बहुत ही दुख है कि साले रामनिवास को वह नदी में कूदने से नही बचा सका,अगर वह चंद सेकेंड पहले पुल पर पहुच जाता तो शायद रामनिवास को बचा लेता।
बुजुर्ग दादा दादी के सहारे हुए मासूम बच्चे,माता पिता का हटा शाया
रामनिवास के परिवार में उसके अलावा उसकी पत्नी पूना एक पांच वर्षीय लड़का एवं तीन वर्षीय लड़की के साथ बुजुर्ग माता पिता ही थे। पूना के फांसी लगाने के बाद रामनिवास नदी में कूद गया। जिसके बाद परिवार में मौजूद उसके दो बच्चों के सिर से माता पिता का शाया हट गया व रामनिवास के बुजुर्ग माता पिता बेसहारा हो गये। बताया जाता है कि रामनिवास ई- रिक्सा चलाकर परिवार का पालन पोषण करता था। अब परिवार में उसके बुजुर्ग माता पिता सहित मासूम बेटा व बेटी का जीवन कैसे कटेगा इसको लेकर गांव में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त हो गई है।

