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| वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंजनी मिश्रा |
सतीश त्रिवेदी
बिजुआ खीरीः ठंड का मौसम शुरू हो चुका है। प्रदूषण, धुंध के कारण संक्रमण होने की आशंका बढ़ जाती है। यह संक्रमण बढ़ने पर निमोनिया का रूप ले लेता है। इसलिए बदलते मौसम में विशेषकर बच्चों व बुजुर्गों का ध्यान रखना पड़ता है। इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण इनको निमोनिया का खतरा अधिक होता है।
किलकारी हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंजनी मिश्रा ने राष्ट्रीय सहारा से बात करते हुए बताया कि सर्दी का मौसम आ चुका है, और इस दौरान बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान देने की आवश्यक है। बच्चों को सर्दी-जुकाम और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाने के लिए आपसे
बच्चों को केवल एक मोटी जैकेट के बजाय परतों में कपड़े पहनाएं। इससे उनके शरीर का तापमान नियंत्रित रहे साथ ही उन्होंने बताया कि यह भी सुनिश्चित करें कि सिर, कान, छाती और पैर पूरी तरह से ढके हों टोपी, मोजे, और दस्ताने ज़रूर पहनाएं व खान-पान बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गर्म तासीर के खाद्य पदार्थ जैसे सूप, खजूर, गुड़, और ड्राई फ्रूट्स भी शामिल करें।
उन्हें नियमित अंतराल पर गुनगुना पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें। सर्दी में हाइड्रेशन अक्सर कम हो जाता है। ऐसे मौसम में वायरल इन्फेक्शन से बचने के लिए बच्चों को बार-बार हाथ धोने की आदत डलवाएं। यदि बच्चे को बुखार, खांसी या जुकाम है, तो कृपया उन्हें आराम करने दें डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।

