पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोण्डा) के कहरान मोहल्ले में स्थित खोया मंडी पर मंगलवार को एसडीएम विश्वामित्र सिंह के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। छापा पड़ते ही कई व्यापारी मौके से भाग गए और सैकड़ों किलो खोया वहीं छोड़कर चले गए।
एसडीएम ने मौके पर उपस्थित लोगों को बुलाकर खोया विक्रेताओं और खरीदारों से कड़ी पूछताछ की। इस दौरान खोया उत्पादक मंशा राम पुत्र राजितराम (तुलसीपुर माझा धर्मराजपुरवा), मस्तराम उर्फ़ [नाम], और खरीदार अनिल गुप्ता पुत्र गणेश (नया बाजार, नवाबगंज), टीपू सुल्तान खान पुत्र महमूद खान (दर्शन नगर) और भृगुनंदन पुत्र राम जियावन (मोतीगंज गढ़ी) से सैंपलिंग कराई गई।
एसडीएम ने स्पष्ट किया कि खोया व्यापारियों को खाद्य लाइसेंस लेना अनिवार्य है और नगरपालिका कर्मियों को नियमानुसार लेखा-जोखा सही रखने के कड़े निर्देश दिए गए।
नगरपालिका अध्यक्ष डॉ. सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि 2024 के बाद निविदा शुल्क न मिलने के कारण मंडी की नीलामी नहीं हो सकी। वर्तमान में यह मंडी नगर पालिका की आउटसोर्सिंग के माध्यम से संचालित हो रही है। नगर पालिका मंडी में पानी, साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का संचालन भी करती है। इसके अलावा मंडी की व्यवस्था नगरपालिका करती है और कर्मियों की मौजूदगी में इसका संचालन होता है। नगरपालिका उत्पादक और खरीदार दोनों से प्रति किलो नियत शुल्क वसूल करती है।
छापेमारी के बाद टीम ने कस्बे के कस्तूरी रेस्टोरेंट और अन्य कारखानों पर भी मिठाई और खाद्य सामग्रियों की सैंपलिंग की। टीम के आने की सूचना पाते ही कई दुकानदार शटर गिराकर भाग गए।
एसडीएम ने कहा कि मिलावटी खाद्य पदार्थों का उत्पादन या बिक्री कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सैंपलिंग के नतीजों के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और क्षेत्र में संचालित आधा दर्जन अवैध खोया मंडियों को बंद कराने के लिए भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इस दौरान राजस्व निरीक्षक परशुराम मिश्रा, लेखपाल ओमप्रकाश वर्मा, अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक विश्वास चतुर्वेदी, कस्बा चौकी प्रभारी पंकज यादव सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।

