पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोण्डा)। जीवन को बेहतर बनाने की उम्मीद में विदेश गए नवाबगंज गिर्द गांव के 22 वर्षीय कुलदीप निषाद ने सऊदी अरब के रियाद में अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। इस दुखद घटना ने उनके परिवार और गाँव को गहरे शोक में डुबो दिया।
मजहन पुरवा निवासी कुलदीप निषाद जुलाई 2024 में रोजगार की तलाश में सऊदी अरब गए थे। वहाँ वे रियाद के वलैया क्षेत्र में निजी चालक के रूप में काम कर रहे थे। सोमवार की शाम करीब पांच बजे परिवार को फोन पर सूचना मिली कि 6 अक्टूबर को कुलदीप ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रियाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
गाँव में जैसे ही यह खबर पहुँची, मातम का माहौल बन गया। माता गीता देवी और पिता भरथे निषाद बुरी तरह टूट गए। बड़े भाई रंजीत ने बताया कि कुलदीप हमेशा मिलनसार और मेहनती था। उसकी हँसी और सरल स्वभाव सबको प्रिय थे। पिता भरथे निषाद ने कहा कि हमने उसे संघर्ष करते हुए आगे बढ़ते देखा, पर यह नहीं सोचा था कि वह इतनी जल्दी हमारे बीच नहीं रहेगा।
मनकापुर विधायक रमापति शास्त्री के प्रतिनिधि बेद प्रकाश दूबे ने शोक संतप्त परिवार से मिलने रियाद पहुँचे और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने बताया कि शव की स्वदेश वापसी के लिए विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह से तुरंत संपर्क किया गया। भारतीय एंबेसी ने परिवार से आवश्यक दस्तावेज माँगे हैं। दस्तावेज मिलने के बाद 24 घंटे के भीतर शव भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी।
कुलदीप परिवार में छोटे भाई थे और उनकी अभी शादी नहीं हुई थी। परिजन बताते हैं कि कुलदीप हमेशा ईमानदार, मेहनती और दूसरों की मदद करने वाला था। उसका अचानक जाना न केवल परिवार बल्कि पूरे गाँव के लिए अपूरणीय क्षति है। गाँव के लोग और रिश्तेदार मिलकर परिवार का सहारा बनने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस खालीपन को भरना आसान नहीं है।

