पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा)।कटरा शिवदयालगंज की श्री अवध रामलीला समिति के 12 दिवसीय महोत्सव में 11वें दिन रावण वध की अद्भुत लीला ने भक्तों के हृदय में भक्ति और वीरता की अलख जगा दी। जैसे ही मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने ब्रह्मास्त्र चलाया, विशालकाय रावण पुतला धधकते हुए जल उठा और “जय श्रीराम” के जयघोष से पूरा पंडाल गूंज उठा। आग की लपटों के बीच पुतले की चमक और आकाश में फूटी आतिशबाजी ने माहौल को दिव्यता और उत्साह से भर दिया।
मुख्य अतिथियों सुदीप भूषण शरण सिंह, अशोकपुर के प्रधान पवन सिंह, दुर्गागंज प्रधान राधेश्याम यादव व अन्य गणमान्य अतिथियों ने राधा-कृष्ण झांकी का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंच पर नारंतक का भीषण युद्ध, ददिबल द्वारा उसकी मृत्यु और रावण का संग्राम दर्शकों को रोमांच और नाटकीयता से भर देता रहा। राम (सरवन गुप्ता), लक्ष्मण (सर्वेश गुप्ता) और रावण (अनूप कुमार गुप्ता) ने अपने अभिनय से वीरता, साहस और धर्म के मूल्य जीवंत कर दिए।
हनुमान, सुग्रीव और विभीषण सहित अन्य पात्रों ने भक्ति और समर्पण की शक्ति का संदेश दिया। अंत में रावण ने “राम” का नाम लेते हुए प्राण त्यागे, और पूरा पंडाल भावनाओं में डूब गया। 25 फीट ऊंचा रावण पुतला जलते हुए मानो विजय और धर्म की शक्ति का प्रतीक बन गया।

