कमलेश
खमरिया-खीरी।सीताराम मनवार पब्लिक इंटर कॉलेज महरिया में बुधवार को संविधान दिवस बड़े ही गरिमामय और उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाया गया। यह दिवस भारतीय लोकतंत्र की नींव संविधान को याद करने के साथ-साथ उसके निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि समर्पित करने का अवसर बना।
कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज परिसर में प्रधानाचार्य श्रीराम मनवार के नेतृत्व में हुई। शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने मिलकर डॉ. अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और संविधान की प्रति पर सम्मान स्वरूप श्रद्धासुमन भेंट किए। इस दौरान प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में डॉ. अंबेडकर के अदम्य संघर्ष, सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समावेशी राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया।
समारोह का मुख्य आकर्षण रहा संविधान की शपथ
कार्यक्रम के दौरान सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने एक स्वर में प्रस्तावना का पाठ किया और न्याय, स्वतंत्रता, समता तथा बंधुता के आदर्शों को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। शपथ ग्रहण के दौरान प्रत्येक प्रतिभागी के चेहरे पर संविधान के प्रति समर्पण और गर्व साफ झलक रहा था, जो आकर्षण का केंद्र बना रहा। इस बीच प्रधानाचार्य श्रीराम मनवार ने कहा कि “संविधान केवल कानूनों का संग्रह नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। हमारे विद्यार्थियों को यह समझना आवश्यक है कि उनका कर्तव्य संविधान के मूल्यों की रक्षा करना और उन्हें जीवन का हिस्सा बनाना है। इनके अलावा शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों और लोकतंत्र की मूल भावना पर अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही यह संदेश दिया गया कि संविधान प्रत्येक भारतीय को समान अवसर प्रदान करता है और हमें मिलकर धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र तथा एकता-अखंडता को मजबूत बनाना चाहिए। वही कार्यक्रम का समापन राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए देशहित में जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा के साथ हुआ।


