पं श्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज गोंडा।पौराणिक सिद्ध पीठ कटरा कुट्टी पीठ पर श्री हनुमत कृपा प्राप्ति महायज्ञ एवं श्रीराम कथा के छठवें दिन कथा व्यास भुवनेश शास्त्री ने श्रीराम वनगमन केवट सवांद भगवान राम के धैर्य, त्याग, शालीनता एवं समर्पण की कथा के साथ-साथ द्रोपदी की लाज बचाने की कथा का श्रवण करवाया l उन्होंने कहा कि भगवान लाज बचाना जानते हैं और संसार लाज लूटना ,इसलिए ईश्वर पर विश्वास रखते हुए भगवत भक्ति में मन लगाना चाहिए l उन्होंने स्रोताओं को एक दिव्य संदेश देते हुए कहा कि कथा केवल एक पूजा मात्र नहीं है , बल्कि यह समाज को एक दिशा देने का कार्य करता है l व्यास जी ने कहा कि आज के समय में हर व्यक्ति अपने घर में राम - कृष्ण जैसा पुत्र और सीता जैसी पुत्री चाहते हैं , लेकिन उनके दांपत्य जीवन में हमेशा विरोधाभास होता है , जब तक दांपत्य जीवन में प्रेम, स्नेह, समानता नहीं होगा ,तब तक ऐसा संभव नहीं है , राम और कृष्ण जैसा पुत्र पाने के लिए दशरथ और कौशल्या , यशोदा और वासुदेव , जनक और सुनैना की तरह दांपत्य जीवन जीना पड़ेगा l व्यास जी ने कहा कि पहले पति पत्नी साध्य थे l अब साधन हो गए हैं , इसीलिए सब गड़बड़ हो रहा है l आज भी राम और कृष्णा तुम्हारे घर आने को बेताब हैं ,लेकिन इसके लिए दांपत्य जीवन में सुधार लाना होगा l रामवनगन की कथा सुनकर भावुक हुए श्रद्धालु ! श्रीराम स्तुति हनुमान चालीसा एवं आरती के साथ कथा का समापन हुआ l इस अवसर पर मुख्य यजमान अमेरिका यादव सपत्नीक , पीठाधीश्वर चिन्मयानंद महाराज, कथा वाचक आचार्य भोलानाथ त्रिपाठी , बबलू तिवारी,कथावाचक लव महाराज , कथा वाचक विकास पांडे, कथावाचक चंद्र किशोर , कार्यक्रमाधिकारी डॉ अरुण सिंह , गौरी शंकर गुप्ता, रजनीश कमलापुरी , विजय सोनी सहित हजारों की संख्या में दर्शक उपस्थित रहे ।

